उसके बाद पुणे आने पर हम लोग अपने काम में व्यस्त हो गये। पन्द्रह दिन बाद उसकी सगाई हो गयी और वो सुहागरात वाले दिन ज्यादा परेशान नहीं हुई। चुदाई मेरे द्वारा करने के बाद उसके पति ने उसे वो मजा नहीं दिया जो मैंने दिया।खैर दोस्तो, इतना ही कहूँगा कि सेक्स को प्यार से करो, और जब करो तो ऐसे करो कि दोनों एक दूसरे को पूर्ण रूप से कोपरेट कर सको। जल्दबाजी सेक्स में अच्छी नहीं होती है। जिस लड़की की चूची छोटी हो वो भी चुदाई बेहतरीन कर सकती है, और जिसका लंड छोटा हो तो वो भी। बस दोनों में सेक्स करने की ललक हो बस। पार्टनर को प्यार दो, वो हर चीज करेगा जैसा तुम चाहोगे, जैसा कहोगे। बस उसे हर ख़ुशी देने का प्रयास करो। सेक्स से ज्यादा उसकी फीलिंग्स को महत्व दो, फिर देखो चुदाई धमाकेदार होती है कि नहीं।अपने दोस्तों के साथ शेयर करे- प्रिय पाठको, मैं अपने इस लेख में कुछ गुप्त ज्ञान की बातें बता रहा हूँ. BFSex प्रिय पाठको, मैं अपने इस लेख में कुछ गुप्त ज्ञान की बातें बता रहा हूँ.















