मैंने रागिनी को अपने गले से लगा लिया और उसकी पीठ पर हाथ फिराने लगा. XXX Hindi मम्मों के ऊपर घमंड से अकड़े हुए उसके चूचुक गुलाबी रंग के थे. मैं रागिनी को बेकरारी से चूमने लगा. उन्हें लाल रंग की साड़ी में देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और तौलिया तन गया. इस बार रागिनी पहले से ज्यादा तेज़ चिल्ला उठी थी. Hindi Sambhog Kahaniमेरे कॉलेज में एक प्रोफेसर रागिनी भी हैं, जो मुझ से काफी बातचीत करने का प्रयास करती थीं और मेरे आस पास मंडराती रहती थीं. उसके ऐसा करने से मेरे लंड में भी सनसनी होने लगी थी.रागिनी की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी. रागिनी तो मेरे होंठों में ही गुम थी कि अचानक से एक ‘चटाक..’ से रागिनी के चूतड़ों में एक चपत सी महसूस हुई. उसकी चूत एकदम सुर्ख लाल हो गयी थी.रागिनी दर्द से कहने लगी- क्या हुआ?मैंने कहा- झड़ने के बाद भी लंड बाहर नहीं निकल रहा है.रागिनी की चूत ने मेरे लंड को जैसे जकड़ लिया था.रागिनी रोने लगी- उह्ह … मर गयी … मेरी चूत फाड़ डाली और लंड फंसा डाला … जालिम ने मुझे बर्बाद कर दिया … अब तो मैं मर ही जाऊंगी … अब मैं क्या करूंगी.कुछ देर बाद जब मुझे लगा झड़ने के बाद भी मेरा लंड खड़ा है … और रागिनी सुबक रही थी.















