पिच से खुश्बू तो बहुत बढ़िया आ रही है और यह कहते हुए उसने पेंटी की इलास्टिक को बहू के कूल्हों से नीचे सरका दिया.और तभी कसे हुए बुर नंगे हो उठे और शेव की हुई बूर योगेन्द्र के सामने मुस्कुरा उठी। योगेन्द्र ने धीरे से पेंटी को बहू की कसी हुई जांघों से नीचे गिरा दिया और अपने बेटे की पत्नी की बूर को प्यार से निहारने लगा। बूर के उभरे हुए होंठ मानो आदमी के स्पर्श के लिए तरस गये हों।फिर योगेन्द्र ने एक सिसकी भरकर अपना हाथ बूर पर फैरा और फिर अपने होंठ बूर पर रख दिए। बूर मानो आग में दहक रही हो। फिर दिव्या कहने लगी कि ओह पापा जी मेरे प्यारे पापा जी क्यों आग भड़का रहे हो? BFSex पापा जी वाह चोद डालिए मुझे। चोद डालो अपनी बहू की बूर। चोदो अपनी बेटी को पापा जी। आह्ह पापा जी। फिर पापा जी ने भी जोश में आकर धक्के और तेज़ कर दिए और इतनी जवान बूर योगेन्द्र ने आज तक नहीं चोदी थी। ऐसा बढ़िया माल उसे मिला भी तो अपने ही घर में और उत्तेजना में उसने बहू के निप्पल को काट लिया.तो बहू चिल्ला उठी आआआअहह ऊऊऊऊओह ईईईईईईी माँआआ। बहू पूरी तरह से होश खो चुकी थी मदहोश हो होकर अपने ससुर की चुदाई का मज़ा ले रही थी। पूरा कमरा कामुक सिसकियों
भारतीय युवती को पिता के दोस्त ने जोरदार चुदाई दी, हिंदी में गर्मागर्म आवाज़
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