मैं पगला गया… मैंने लण्ड पर हाथ रखा, बाहर से ही सहला रहा था…भाभी: वो मेरा है.. BF XXX उसे तो छूना भी मत।मैं: हा ठीक है पर और कितना तड़पाएगी?भाभी: हा हा हा सब्र करो… बहोत मीठा फल मिलेगा…मैं: ह्म्म्म.भाभी ये सब बाते गर्दन घुमाए कर रही थी… और फिर धीरे से मेरी और घुमी… मैं उसके पुरे बदन को नजदीक से देख रहा था… पर छु नहीं सकता था… अब तो पेंट में ही हो जायेगा लग रहा था… भाभी और करीब आई और बोली… ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.भाभी: मुझे एकदम नजिक से देखने के लिए, और वो भी नंगी सिर्फ ये एक डोरी खींचनी है… मैं तेरे सामने नंगी हो जाऊंगी…अब मुझसे बरदास्त नहीं हो रहा था, तो मैंने बस खीच ही लिया… भाभी ‘अरे रुको’ बोली पर तब तक भाभी मेरे सामने नंगी हो गई ही… दोनों मम्मे बहार थे… पर चूत फिर भी ढकी हुई थी… भाभी ने लिंगरी को थाम।लिया था…भाभी: हा हा हा… जरा भी सब्र नहीं है…और मैंने भाभी को लिंगरी को चूत से हटा ने के लिए लिंगरी खिची तो भाभी भी करीब आई…भाभी: आज मैं तेरी हो जाउंगी…इस समर्पण की भावना के साथ भाभी ने लिंगरी छोड़ दी… और भाभी पूरी नंगी हो गई… पर शर्मा गई तो पीछे मुड़ गई… और इस तरह से मुझे देखने