ये सुनकर उसने अपने दोनों हाथ से मेरी पेंट उतारना शुरू किया.फिर जैसे ही उसने मेरा लंबा सा लंड देखा तो वो पागल हो गई और अपने दोनों हाथों से मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर चूमने लगी और बोली कि मुझे बरसो से इसी लंड का इंतज़ार था और फिर से अपने मुँह में लेकर पागलों की तरह चूसने लगी. XXXBF फिर अचानक से वो मेरे पास आकर टी.वी देखने बैठ गई, तो में कुछ नहीं बोला. अब मेरा रोज का यही रूटीन रहता था. मेरा नाम दिवाकर है. फिर घर जाकर सबसे पहले मैंने और आंटी ने खाना खाया और फिर में टी.वी देखने लगा और आंटी अपना काम करने लगी.अब वो अपना काम करते-करते बार-बार मेरी तरफ प्यासी निगाहो से देख रही थी, अब में एकदम डर गया था. फिर जब में वहाँ पहुँचा तो सिर्फ़ अंकल और आंटी ही थे.अब उन्होंने मुझे एक रूम दे दिया था, अब वहाँ मेरा सब सामान पड़ा रहता था और एक कपबोर्ड भी था. जब सुबह हम दोनों उठे तो तभी हमने एक साथ बाथ लिया. तो वो कुछ नहीं बोली. थोड़ी देर के बाद वो बोली कि बेटा दूध पिओगे.तो मैंने कहा कि हाँ आंटी, तो वो हंसकर किचन में चली गई. फिर मैंने धीरे से उसे पकड़कर सोफे पर लेटाया और मेरी उंगली को उसकी चूत में डालकर हिलाने लगा.










