मैं बाथरूम गई और अपने आपको सॉफ करके उनके बगल में आ कर बैठ गई.अभिषेक, मेरे तरफ देख कर बोले – मां जी ने बताया होगा ना की गुरु जी वापस आ गये है?मैंने हाँ में सिर हिलाया. मैंने सिर का पल्लू ठीक करते हुए ज़मीन की तरफ देखते हुए कहा – गुरु जी आप हमसे अनुमति क्यूँ माँग रहे है? XXX Hindi दोनों ऊपर क्या कर रही हो इतनी देर? उनके लंड की मादक खुश्बू मुझे पागल करे जा रही थी. चूसते हुए उनके मुंह से – मु ह मु ह मु मु ह की आवाज़ें आ रही थी..र उन्होंने मेरी जीभ पर अपने होंठों को आगे-पीछे रगड़ना शुरू किया.. गुरु जी का नाम आरके महाराज है जो इन दिनों उतर भारत की यात्रा पर गये हुए थे.जब मैं नयी दुल्हन बन कर इस घर में आई थी तब से मां जी और शिल्पी को गुरु जी के आश्रम जाते हुए देखा करती थी. मैं उनकी इस हरकत से कराह उठी.. गुरु जी ने अपना मुंह खोल कर मेरे होंठों को कस कर अपने मुंह में भींचना शुरू किया.फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे होंठों पर रगड़ना शुरू किया. मैं अब घर में अकेली थी.. ओह प्रिय्आ अ म्म्म्म म प्रतिभा बेटी आ आह ह स स्स्स्स्स् स्स्स्स्स् स्स्स्स्स् सस्स… साली, चाट अपने गुरु जी के टोपे को… मुंह में लेकर चूस ले कस















