मेरे होठों को चूसते चूसते वो अपने पैंट उतारने लगा. BFSex तभी अभिषेक बोला यार आज मेरा नंबर है भाभी जी के साथ बैठने का.अभिषेक मेरे पास बैठकर मरे गोल गोल चूचियों की तरफ देख रहा था और मेरी टांगों पर अपना हाथ फिरा रहा था… मेरी सांसें तेज होती जा रही थी.. दरवाजे पर दीपक, अखिलेश और अभिषेक खड़े थे. तभी अखिलेश बोला मै और दीपक हर सप्ताह माधवी के साथ इसीलिए तो घूमने जाते हैं इसकी चूत मुँह और गांड बहुत ही टेस्टी है… ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.अब दीपक भी झड़ने की तैयारी शुरू कर देता है दीपक को अब ज्यादा मज़ा आने लगा क्योकि अब वो अकेला ही मैदान में था और मै तो चुदने की हवसी थी की अभी भी हार नहीं मान रही थी तभी दीपक ने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी कमर को पकड़ कर चोदने लगा.. वैसे अभिषेक एक शानदार मर्द है और मै भी उससे चुदना चाहती थी पर कभी उसको मैंने ये मह्सूस नहीं होने दिया.मैंने मन ही मन सोचा चलो अच्छा हुआ आज मै अभिषेक से भी चुद लूंगी और परफेक्ट ग्रुप सेक्स भी हो जायेगा. मैंने दीपक से बोला की चलो ठीक है आज मै तुम तीनो की चुदाई करुँगी. अभिषेक के लण्ड पर हाथ लगा कर ऐसा लगा मनो जैसे बिजली सी दौड़ गयी
भारतीय जोड़े का रोमांचक प्रेम प्रसंग 09
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