हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ..ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” मैं चिल्ला रही और सिसक रही थी।फिर जेठ ही मेरे चूत के दोनों तरफ के गुलाबी गुलाबी होठो को दांत से काटने लगे। मैं तो अपनी गांड ही उठाने लगी। मैं पागल हो रही थी। मुझ पर चुदाई का जूनून धीरे धीरे चढ़ रहा था। जेठ जी की इन हरकतों के बाद तो अब मेरा भी दिल कह रहा था की मैं आज रात उसने खुलकर चुदवा लूँ और गांड मारवा लूँ। “Indian Family Sex Kahani”जेठ की जीभ मेरी चूत के अंदर छेद में घुसी जा रही थी। मैं पागल हो रही थी। हाँ आज मैं खुद अपने जेठ से कसकर और खुलकर चुदवाना चाहती थी। एक गैर मर्द से चुदवाने वाला मेरा सपना आज पूरा होने वाला था। जेठ बेतहासा मेरे चूत के दोनों होठो को दांत से पकड़कर काट रहे थे। मेरी चूत में वासना और काम की अग्नि जल चुकी थी।ये सच है की अब मैं बिना चुदवाए नही रहने वाली थी। फिर मेरे ७ फुट के हट्टे कटटे जेठ ने अपना १२” का मोटा लौड़ा मेरी चूत में डाल दिया और एक झटका जोर से अंदर चूत में मारा।“……उई..उई..उई…. XXXBF आज अपनी ही ससुराल में मैं आज एक गैर मर्द से चुदने जा रही थी और सबसे बड़ी बात थी की मेरे पति , सास और ससूर ही मुझे उस गैर मर्द से
भारतीय गर्म पत्नी घर पर चुदाई करते हुए
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