फूफा ने मम्मी को अपनी गोद में उठाकर दीवान पर लिटा दिया और खुद भी मम्मी के उपर चढ़ गया.फूफा ने मम्मी के दोनों पैर अपने हाथों में पकड़ लिए ,मै अब खिड़की की सीध में आ गया था,और वंहा से सिर्फ २ फीट की दुरी पर दोनों दिख रहे थे मम्मी लगातार फूफा का लंड देखकर उसके नीचे से निकलने की कोशिश कर रही थी, पर फूफा उसकी टाँगें नही छोड़ रहा था.फूफा ने मम्मी की टाँगें उठाकर पीछे की तरफ कर दी, मेने अपनी मम्मी की जाँघों के बिच में इतने नजदीक से कभी नही देखा था. फूफा का पलग मम्मी ने ड्राइंगरूम में लगा रखा था वहा एक दीवान था.मै खाना खाकर लेट गया था पर मेने मम्मी को उनके कमरे में जाते हुए देखा, बेडरूम में नाईट बल्ब जल रहा था. XXX Hindi मम्मी ने कहा की क्या काम है तो फूफा ने मम्मी का हाथ पकड़ लिया और अपनी बाँहों में कस लिया, मम्मी ने कहा की भाईसाहब मुझे छोड़ दो.मुझे सिर्फ ३००० ही चाहिए, तभी फूफा ने मम्मी की साडी खोल दी, अब मम्मी सिर्फ पेटीकोट में और ब्लाउज़ में खड़ी थी, मम्मी ने जूड़ा बना रखा था. उन्होंने मम्मी को १०.३० बजे के बाद अपने कमरे में आने के लिए कहा,मै और मम्मी बेडरूम में सोया करते थे.















