उसके बाद की बातें भी बताई. XXX Hindi वो मेरे निचले होंट को चूस रही थी और काट भी लेती थी. उसने मेरा टॉप ऊपर करके मेरे उरोज दबाने चालू कर दिए. मेरे बदन के रोगंटे खड़े होने लगे थे. उसके बाद की बातें भी बताई. उसके होंट अब मेरे होंट से जुड़ गए. आज मेरे पास कोई काम नहीं था. आज मेरे पास कोई काम नहीं था. मज़ा आ जाएगा!”अब मेरे दोनो हाथ चलने लगे थे। वो बिस्तर पर तड़प रही थी, और मेरा हाल उससे भी खराब था… मुझे भी लग रहा था कि मेरे साथ भी वो ऐसा ही करे.. मैं उसके हटाने ही वाली थी कि मुझे लगा कि इसमे आनंद आ रहा है.मैं जान कर के चुपचाप लेटी रही. फिर उसका हाथ मेरी चूत की तरफ़ बढने लगा.मैंने अपनी टांगे थोड़ी सी और चौड़ी कर दी. उसके होंट अब मेरे होंट से जुड़ गए. मेरे मुंह से सिसकी निकल पड़ी -“आँचल… क्या कर रही है… सोजा न…”“नहीं पलक… मुझे तो रोज़ ही चुदवाने की आदत हो गयी है… करने दे मुझे.. मैं भी दूसरे के सामने नंगी होने का रोमांच महसूस करना चाहती थी. मैं बड़े शौक से ये सब सुनती रही और रोमांचित होती रही. पर ज्यादा विरोध नही किया. उसकी चुंचियां दबाने लगी. मैं यूँ ही साथ वाले घर में अपनी सहेली आँचल से मिलने चली गयी.















