क्या कंचन की झांटों में से भी वैसी ही मस्त सेक्सी खुशबू आ रही होगी ? XXX Hindi आप तो कह रहे हो मोज़े ढूंढने हैं?”अब वो शर्मा रही थी या शर्माने का दिखावा कर रही थी, ये तो वही जाने।मैंने अपने लंड को पकड़ कर हिला कर कहा, “मोज़े भी ढूंढ लेंगे। ये भी कुछ ढूंढ रहा है”।वंदना उठने लगी और बोली, “बड़े खराब हो साहब आप। मैं चलती हूं।”अब पहली बार में तो औरत मानती भी नहीं। कुछ तो न नुकुर करती ही है।मैंने वंदना के कंधे पर हाथ रख कर कहा, “क्या हुआ? कुछ काम है “?असल में मैंने कंचन को चोदने का तो कभी सोचा ही नहीं था। कंचन ही क्या, मैंने तो वंदना को भी चोदने का नहीं सोचा था। मैं तो बस लता की चूत की चुदाई चाहता था। ये तो उस दिन वंदना की झांटें दिखाई दे गयीं और चुदाई का मन बन गया। वरना मैं तो वंदना के चूतड़ देख देख कर मुट्ठ मार कर लंड का पानी छुड़ाने में ही खुश था।लेकिन वंदना ने जैसे मेरा लंड चूसा था। जैसी वंदना की चूत के ऊपर बालों झांटों में से महक आरही थी, अब कंचन की झांटों की खुशबू लेने और उसको चोदने की इच्छा भी जाग रही थी। कंचन को इतनी पास खड़ा देख कर लंड में कुलबुलाहट होने लग गयी थी।कंचन मेरी तरफ देख