जब तक जिन्दा है किसी रंडी की तरह चुदवाले!…वरना मरने के बाद पता नही तुझे चुदवाने का मौका मिले भी या ना मिले’’ ऐसा बोलकर सर जोर जोर से मुझे कमर उठा उठाकर चोदने खाने लगे.उनके शानदार, जोरदार और जानदार धक्कों से मेरी चूत पानी पानी हो गयी. उनसे रहा ना गया.वो सूट के उपर से नही बल्कि अंदर से मेरे मम्मे दबाना और पीना चाहते थे. XXX BF क्यूंकि मैं बहुत जोर जोर से सर के लौड़े पर थिरक रही थी. आज मन भरके अपने गुरूजी का लौड़ा खा ले! कोई उसने प्यार करना चाहती थी, कोई उसने चुदवाना चाहती थी. फिर दोस्तों मैंने विकास सर के मोटे सांड जैसे लौड़े को हाथ में ले लिया और फेटने लगी.सर की गोलियां छोटी होती, फिर बड़ी होती, फिर धीरे धीरे फूलने लगी. मैं उसने कसके चुदवाना चाहती थी. सर ने मेरा दुपट्टा हाथ से खींच दिया और हटाकर किनारे रख दिया. आज मन भरके अपने गुरूजी का लौड़ा खा ले! अपने चूहे जैसे तेज दांतों से मेरी चिकनी चिकनी मक्कन सी मुलायम पीठ कुतरने लगे.दोस्तों एक बार फिर से मुझे बड़ी अजीब और विचित्र प्रकार का सुख मिलने लगा. सर का लौड़ा फिर से खड़ा हो गया.मैं और लगन और मेहनत से विकास सर का लौड़ा चूसने लगी.















