और उसने थोड़ी देर अंदर डाले रखा।मैंने कहा- थोड़ा शुरू करो अब काम !और इतना कहते ही उसने धक्के लगाना चालू कर दिया। मैं उसके लिंग का अंदर तक अहसास कर रही थी और चरम आनंद को अनुभव कर रही थी, मुझे बहुत मजा आ रहा था। वो बस जोर जोर से धक्के लगा रहा था और मैं आह …आह कर के उसके लिंग के मजे ले रही थी !“काश विजय, तुम पहले मिल जाते तो मुझे इतना नहीं तड़पना होता !”विजय बोला- भाभी तुमने भी कभी मेरे ऊपर ध्यान नहीं दिया, मैं तो दो साल से आपको चोदने का सोच रहा था !“सच? XXX BF क्या हाल है? मैं बहुत सीधी सादी औरत हूँ, मेरी शादी को पाँच साल हो गए है और मेरे पति बड़े व्यापारी हैं, उनका काम घर पर भी चलता है, अपने लैपटॉप पर वो रात को 12-1 बजे तक काम करते रहते हैं ! तुम सच कह रहे हो !”विजय बोला- बहुत मस्त चूत है भाभी की ! माँ को कह आता हूँ कि रुपेश भैया के यहाँ कोई नहीं है, भाभी को डर लग रहा है तो मैं वहीं सो जाऊँगा।वैसे विजय मुझसे इतना छोटा है कि कोई हम पर शक भी नहीं कर सकता है.मैंने कहा- ठीक है !उसके जाने के बाद दीपू ने मुझे जकड़ लिया- जान बहुत दिनों से प्यासा हूँ !और मुझे जल्दी















