छह इंच का निकाला. XXX BF “ठीक है लल्ला, लो तुम ही उतारो बाकी के कपड़े.” मैंने खड़े होकर काँपते हाथों से चाची की ब्रा के हुक खोले और उसे उतारकर नीचे डाल दिया. “चाची क्या इतनी बुरी है लल्ला की बात करते समय उसकी ओर देखना भी नहीं चाहते?”मैंने मुड कर उनकी ओर देखा और कहा. हरी चूड़ियाँ पहने उनकी गोरी बाँहें देखा कर सहसा मेरे मन में विचार आ गया कि चाची का बदन नग्न कैसा दिखेगा? इतने दिन मैंने सब्र किया, ऐसे भले आदमी को मैं धोखा नहीं देना चाहती थी. उस मादक खुशबू को लेते हुए मैंने उनसे मुझे और तंग ना करने की मिन्नत की. और वह आशा विश्वास में बदल गयी जब मैं नहा कर रसोई में पहुँचा. “नहीं लल्ला, कुछ भी हो, हम छत पर हैं, पूरा नंगा होने में कम से कम आज की रात सावधानी करना ठीक है. चाचाजी ने पाँच साल पहले बत्तीस की आयु में शादी की थी, वह भी घर वालों की ज़िद पर, नहीं तो शादी करने का उनका कभी इरादा नहीं था. मुझे उत्तेजित करने का यह तरीका था. बस डर लगता था कि चाचाजी को पता चल गया क्या सोचेंगे.”वे मुझे प्यार से चपत मार कर बोलीं. कर और मुझे बाँहों में भर कर स्थिर कर देतीं.















