जाने दीजिए ये कहानी थोड़ी लंबी हो जायेगी लेकिन मैं अपनी बात बता दूं आपको संयोग से मैं इन सारी घटनाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से जानता हूं।मुझे भी उसकी चूत का दीदार करने को मिला लेकिन बाबा के चूत मार लेने के बाद। बाबा रामू रिटायर्ड टीचर हैं और उनका लंड बड़ा ही घातक और प्रचंड है, उसपर तुर्रा ये कि उनकी बीबी की चूत एकदम सड़े हुए खीरे की तरह नाकाम हो चली है। अब काम कैसे चलेगा, तो बाबा रामू ने अपने भतीजे की शादी एक गरीब बाप की खबसूरत बेटी से तय कर दी थी।दुल्हन अपने पिया के घर आयी, चुदाई के रंगीन सपने लिये। सुहागरात का सीन, चलने से पहले बता दें कि कमल जी बड़े ही दुबले पतले लंड वाले और हिले हुए पुर्जे के इंसान थे, जिनके बस का किसी गांड को मारना या, चूत की सील तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था। सुहागरात की रात बाबा रामू ने ये सीन देखने के लिये एक बड़ा ही चौकस जुगाड़ किया.और जैसा कि फ़िट था, अपना कमरा और सुहागरात वाला कमरा आजू बाजू ही था और एक ही दीवाल दोनों को अलग करती थी। एक खिड़क्की थी जो सुहाग रात वाले कमरे में झांकने का रास्ता थी, उसे उसने पहले से ही थोड़ा हिला हिला के झिर्रीदार बना दिया था। जैसे ही चूत की कहानी















