पेलो, अंदर तक लंड पेलो मुझे हूँ.. XXX BF चल नंगी हो जा” मैं कहा.उसके बाद वो अपना सलवार सूट उतारने लगी। इधर मैं अपनी टी शर्ट लोवर खोलने लगा। उसने सफ़ेद लाल रंग की ब्रा पहनी थी जो बहुत कसी थी। तृप्ति उसे भी खोल दी। फिर अपनी पेंटी उतार डाली। लेट गयी। मैं उसके उपर आ गया। उसे बाहों में लेकर प्यार करने लगा।हम दोनों का किस फिर से चालु हो गया। वो मेरे सीने, कंधे गाल, चेहरे सब जगह किस करने लगी। उसके बाद मैं उसके मस्त मस्त कबूतर पर चला गया। हाथ में उसके कोमल स्तनों को ले लिया। गोलियाने लगा। तृप्ति “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” करने लगी। तृप्ति के चेहरा बड़ा खूबसूरत छवि वाला था।उसे देख देखकर मैं कई मिनट उसकी तनी चूची की पिटाई कर डाली। उसके दूध को हाथ में लेकर पकड़ा और निपल्स पर लंड के सुपाडे से चोट करने लगा। वो सुसुआने लगी। मैं उसकी चूची की खूब पिटाई कर डाली। अब दोनों दूध के बीच में अपने 8 इंच के लंड महाराज को रखा और दोनों दूध को कसके पकड़कर उसके आमो को चोदने लगा।“चोद डालो हेमंत भैया!!















