दोनों बच्चे अभी भी सो रहे थे. उस दौरान अपने होठो को मेरी चूचिया पर रख कर हलके हलके दबाने लगे रसपान और मर्दन पान पा कर मैं धन्य धन्य हो गयी.थोड़ी देर के बाद मेरी ब्रा को अलग कर के मेरी चुचियों को देखने लगे. XXX Hindi मैं अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्ह हाय हाय हाय रे करती फिर झड़ गयी अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह और वो पूरी तरह मेरे पर छा गए और पहली बार अपना वीर्यदान करने लिए बेताब हो गए. पीछे वाली सीट पर कोई नहीं था हमदोनो साथ बैठे और मौका पाते ही मजा लूटने लगे. क्योंकि यहाँ केवल एक ही कमरा खाली है, उन्होंने कहा।लेकिन बच्चो को वो जगह पसंद आई और वो उसी के लिए जिद करने लगे, तो मैंने कहा कोई बात नहीं हम एक ही रूम में एडजस्ट कर लेंगे. ओह सखी कितने खूबसूरत है तुम्हारे ये फल आओ उनका रसपान कर के तुम्हे असली प्यार का मजा दू वो बोले. मैं चिल्ला उठी बस करो मेरे प्यार अह्ह्ह्हह्ह हाय.. मा यम्म्मममआयः क्या कर रहे हो…उसने कुछ न सुना मैंने मेरी टांगो को फैला कर बोला लंड को चूत में डालो ईईईई यह क्या कर रहे हो अब बहुत हुआ मत तरसाओ अपनी सखी को.















