हम एक दुसरे के काफी अच्छे दोस्त बन गये थे. फिर मैंने उसके कपडे उतारे और फिर उसने मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और इस बार उसने मुझसे अपने मुह में ही झड्वाया.फिर उसने मेरा लंड चूसकर फिर से खड़ा किया और मैंने उसे डौगी स्टाइल में किया और लंड पर थूक लगाया और उसकी गांड पर लंड रखा. XXX Hindi उसने मुझसे शादी तो नहीं की और ना भी उसने फिर से मुझसे कांटेक्ट करने की या मिलने की कोशिश की. क्या बताऊ दोस्तों.. मेरी आँख करीब ४ बजे खुली, तो मैंने थोड़ा हंसी – मजाक सुना और मैं बाहर आया.मैंने देखा, क्या लड़की थी वो. अब मैं लंड को आगे – पीछे करके उसे चोद रहा था. यहाँ जंगल में कुछ नहीं मिलने वाला.वो बोली – तुम मुझे अपनी शर्ट उतार कर दे दो. दोपहर में धुप में काम नहीं कर पाते थे, तो हम लोग आराम करते थे. उसकी आँखों में से आसू बहने लगे और वो कांपने लगी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.हम रात में काफी देर तक बातें करते रहे.















