उसका अंग अंग बेहद खूबसूरत था ! दूध ख़त्म ही नहीं होता ! XXXBF क्या करे बेचारा आदमी, पागल ना हो जाये और क्या करे !मालिनी रानी एक ऐसा पूरा पका हुआ फल थी जिसको चूसने में देरी करना महा अपराध था। मेरी नई नई शादी हुई थी और मेरी बीवी मायके गई हुई थी। चूत का तरसा, मैं हर वक़्त खड़े लंड को छुपाने के लिये अपनी पतलून इधर उधर सेट करता रहता था।अनूप एक महीने के लिये विदेश गया हुआ था और मुझे कह गया था कि उसकी पत्नी का ध्यान रखूँ। मैं क्या खूब ध्यान रख रहा था !!! ‘आजा मेरे राजा बेटे !’ मालिनीरानी की आवाज़ मेरे कान में पड़ी- तू थक गया होगा… चल तुझे अपना दूध पिला के ताक़त दूं… आजा मेरी गोदी में मेरे गुलाम… मेरा गुलाम बेटा…आ आ !’ मलिनी रानी चौकड़ी मर के बैठ गई थी।उसकी उन्नत, दूध से भरपूर, और मर्दों के क़ातिल चूचियाँ मुझे न्योता दे रही थी। मैं चुपचाप उठा और मालिनी रानी की गोद में लेट गया। उसने झट से एक चूची मेरे मुँह में घुसा दी और मेरे सिर थाम लिया जैसे वो अपने बच्चे का सिर थामती थी दूध पिलाते हुए।मैंने तुरन्त चूची चुसनी शुरू कर दी और मज़े से दूध पीने लगा, साथ ही दूसरी चूची की निपल को उमेठने लगा। मालिनी रानी मेरे लंड से खेल
नेहा भाभी की गर्म चुदाई की कहानी – हिंदी ऑडियो सेक्स स्टोरी पार्ट 54
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