धीरे-धीरे चुदाई करो राजा, दर्द में भी मज़ा आता है

.अहह्ह्ह्हह..” मैं बार बार चिल्ला रही थी।मेरी चूत का दाना बहुत सेक्सी और तिकोने आकार का बड़ा सा था जिसे ओमप्रकाश मजे से दांत से पकड़ लेता था और काट काटकर मुझे मजा देता था। मैं तो जैसे पागल हो रही थी। फिर ओमप्रकाश मेरी चूत में ऊँगली करते करते ही मेरी चूत पीने लगा और मजा मारने लगा। मैं बार बार अपनी गांड और कमर उठा देती थी। मैं बेचैन हो रही थी।फिर ओमप्रकाश ने आधे घंटे तक मेरी चूत को मुंह लगाकर पीया और जमकर मजा लिया। उसने अपना स्वेटर और ऊनि लोअर निकाल दिया और अपना ७” मोटा रसीला लंड मेरी चूत पर रखा और गच्च से एक मीठा सा धक्का दिया। पुच्छ की आवाज हुई और मेरा भाई ओमप्रकाश आज मुझ जैसी विधवा की जवान चूत मारने लगा।वो मेरे उपर लेट गया और मैं उसको उसके गाल, मुंह, चेहरे, आँखों, माथे पर सब जगह उसे किस करने लगी। आज की रात के लिए मेरा सगा भाई ही मेरा पति परमेश्वर बन चुका था। ओमप्रकाश मुझे गचा गच चोदने लगा। “…..ही ही ही ही ही…..अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह…. XXX Hindi .अहह्ह्ह्हह..” मैं बार बार चिल्ला रही थी।मेरी चूत का दाना बहुत सेक्सी और तिकोने आकार का बड़ा सा था जिसे ओमप्रकाश मजे से दांत से पकड़ लेता था और काट काटकर मुझे मजा देता था। मैं तो जैसे पागल हो रही थी। फिर

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