“Madmast Jawani”हिमांशी ने जैसे ही ब्रा को हटाकर दूर फेंका मैं हिमांशी की नंगी छाती को देखने लगा. मुझे तुम्हारा शर्माना दूर करना पडेगा. XXXBF ऐसे थोड़े हो कोई काम चलता है.”अब भाभी ने मेरा हाथ पकड़ लिया. मुझे अचानक ही यह लगने लगा कि इन दिनों भाभी मुझसे कुछ ज्यादा ही मुस्कुराकर मिलती है और मेरे करीब बैठने की कोशिश करती है.कॉलेज में होने के कारण यूँ तो ज्यादातर लड़के सब कुछ जान जाते हैं लेकिन मेरा स्वभाव ऐसा नहीं था और मैं केवल मजाक तक ही सिमित था. मेनी हैप्पी रिटर्न्स ऑफ़ दी डे. ये सिलसिला स्कुल के दिनों से चलता आ रहा था. मुझे पता ही नहीं था.” भाभी आगे बढ़ी और मेरे गालों पर अपने होंठों से एक बहुत ही हल्का सा चुम्बन दिया.मैं भीतर तक सिहर गया. मुझे भी ना जाने क्यूँ यह अब कुछ कुछ अच्छा लगने लगा. उसका गोरा मुख मेरे सामने था. एकदम से किसी कच्ची कली से कम नजर नहीं आ रही थी हिमांशी भाभी. आखिर दोस्त सब शेयर करते है ना.अपने दोस्तों के साथ शेयर करे-















