आंटी को मज़ा आने लगा और वो आआहह आअहह उऊहह करने लगी मुझे भी उनकी गांड में दिया उंगली करना अच्छा लग रहा था.अब आंटी का भी मन कर रहा था की मे लंड उनकी गांड मे डाल दू पर मे उनको और तड़पाना चाहता था इसलिए मे उठा और किचन से आइस के कुछ टुकड़े ले आया और उनको रगड़ कर थोड़ा गोल कर अब मैने आंटी को सीधा लेटने को कहा और वो लेट गई.मैने कुछ आइस के टुकड़े उनकी नाभि पर रखे और उनके पेट पर मलने लगा. आंटी ने मुझ से पूछा साहिल ऐसे करने मे ज्यादा मज़ा आता हे क्या.तो मे बोला नही आंटी मैने कभी किया नही इसलिए मुझे नही पता अगर आप को जानना हे तो चलो अभी ये भी ट्राइ कर लेते हे. XXX Hindi तो आंटी बोली नही नही मेरी गांड का छेद बहुत छोटा हे और ये तेरा लंड नही सह सकती तब मैने आंटी को थोड़ा फ़ोर्स किया और समझाया तब जाकर आंटी गांड फड़वाने के लिए राज़ी हो गई.तब मैने आंटी को कस कर पकड़ लिया और किस करने लगा आंटी भी मेरा साथ देने लगी कुछ देर हम ऐसे ही किस करते रहे और एक दूसरे की ज़बान को चूसने लगे.










