पर मैंने अभी अपना लौड़ा उसके लाल भोसड़े में ही पड़े रहने दिया. BFSex कुछ देर बाद वो बिलकुल नये रूप में मेरे सामने आई. मैंने भी एक कार्नर सिट ढूढ़ ली. हांलाकि वो कुवारी माल नही था. कितनी गजब की पलती कमर वाली लड़की थी वो. चूत देगी क्या??? कभी पीछे से उसके गाल, कान और गले में किस करता तो कभी आगे से उसके होठो को पीने लगा. मैं चैलेन्ज से कह सकता हूँ की अनीता के जिस्म का एक एक भाग, एक एक अंग बहुत ही सेक्सी था. सारे जवान लड़के मुझसे जलने लगे क्यूंकि अनीताजैसी पतली कमर वाली लौडिया मेरी माल थी.दोस्तों अब तो मैं दिन रात अनीता को चोदने की सोचने लगा. पर मैं अभी फुल मजा लेने के मूड में था. बाप में अनीता ने मुझे रो रोकर बताया की उन्होंने कई बार उसके होठों पर चुम्मा लिया और उसके टमाटर भी कई बार दबाये.अगर मैं सही समय पर नही आता तो सायद वो उसकी इज्जत लूट लेती. अभी भी उसने अपनी हाई हील्स नही उतारी. धीरे धीरे हम नॉन वेज यानी चुदाई वाले बातें भी करने लगे. पहले कोई ख़ास बोल चाल नही थी. उसका दर्द मैं उसके चेहरे पर साफ़ देख सकता था. फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में कर दिया.‘कनक!!















