मम्मी”। मैंने बहुत देर तक बुआ की गांड मारी। थोड़ी देर बाद मेरा माल निकलने वाला था, इसलिए मेरी स्पीड बढ़ रही थी। मैंने अपना लंड निकल लिया और बुआ के हाथो में पकड़ा दिया।और फिर बुआ मेरे लंड को पकड़ कर बड़ी तेजी से मुठ मारने लगी। मेरा माल निकाने वाला था मैंने जल्दी लंड को अपने हाथो से पड़ा और मुठ मारने लगा। थोड़ी ही देर में मेरा माल निकल गया मेरा लंड ढीला हो गया। फिर मैंने और बुआ ने थोड़ी देर किस किया। उस दिन के बाद तो मेरा कभी भी मन करता था मै अपने बुआ को चोद कर अपनी हसरत पूरी कर लेता था। ये थी मेरी और मेरी बुआ की चुदाई की कहानी। अब तो रोज मै रात को चुपके से बुआ को अपने कमरे में बुला लेता हू, रात भर खूब चुदाई होती है।अपने दोस्तों के साथ शेयर करे- ऊँ… ऊँ… उनहूँ उनहूँ..” करके चीख रही थी।मै बुआ की चुदाई के साथ साथ बुआ के मम्मो को भी मसल रहा था। मेरी चोदने स्पीड धीरे धीरे बढ़ रही थी। और बुआ को भी मेरी चुदाई से बहुत मजा आ रहा था। मै बहुत देर तक बुआ की चूत में लगातार पेलता रहा, फिर मैंने अपना लंड बुआ की से निकल लिया और बुआ को गांड की तरफ लेता दिया।मैंने अपने लंड और बुआ की




