(सविता और बबिता बिल्कुल अपनी मां पर गई थी गोरा बदन गठिला शरीर सविता कि उम्र 20 कि थी गोरा रंग लम्बे बाल गहरी आँखे गुलाबी होंठ सुराहीदार गर्दन 32 के चुचे पतली कमर 32 के गांड। कुल मिलाकर एक बेहद ही सुंदर लड़की। वैसे ही बबिता कि उम्र 18 की थी थोड़ी मोटी गोरा बदन बिल्कुल अपनी मां और बहन कि तरह मस्त माल।)ममता- क्या सोच रही हो तुम दोनो।सविता- कुछ नही मां बस थोड़ी चिन्ता हो रही है.ममता – चिन्ता मत करो बेटी बस कल जब हवेली जाव तो ठाकुर साहब जो भी कहे वो करना उनकी कोई भी बात को मना मत करना।ऐसे ही दिन बीत गई। अगले दिन सुबह ठाकुर अपने आराम कुर्सी पर बैठा चाय पी रहा था तभी हवेली के गेट से ममता और उसकी बेटिया सविता और बबिता अंदर आती दिखी ये देख ठाकुर की आँखे खुशी से चमक उठी। साथ मे ठाकुर का 9″ लम्बा और 2″ मोटा लंड झटका मारता है।ममता ठाकुर के पास आकर – प्रणाम मालिक। ठाकुर एक नजर ममता और उसकी बेटियो को देखता है। ममता लाल रंग के साड़ी मे एक दम कमाल लग रही थी वही उसकी बेटी सविता पीली सलवार कमीज मे और बबिता हरी फ्राक मे अपनी मां को भी खुबसूरती मे पीछे छोड़ रही थी।ठाकुर- कैसी है ममता (ममता के पुरे बदन को घुरते हुए) तु तो आज कमाल लग रही















