और चाट ! हाय मोरी मईया ! BFSex मैं हैरान थी। उसने पल में उसकी लुंगी एक तरफ़ कर उसका लौड़ा मुँह में ले लिया। बंदा आंखें बंद कर चुसवा रहा था।मैंने एक छोटा पत्थर उठा कर वहीं पड़े सूखे पत्तों पर फेंका। दोनों एक दम सीधे हो गए। मैंने एक पत्थर और फेंका तो वो लड़का भाग़ गया। लेकिन बंदा वहीं था उसको क्या फर्क पड़ता ! और दबा ! यह ले कार्ड, कल आ जाना !कह मैंने मुँह में लिया और चूसने लगी।अह अह … वाह ! हम मजदूरी करने वाले इंसान हैं एक एक पैसा कीमती है !अच्छा ! वाह मेरे शेर ! कई तरह से मुझे पेला उसने मुझे ! लड़के की लेने में ज्यादा स्वाद मिलता है क्या तुझे ?जी ! उसका था कि बहुत मुश्किल से झड़ा। उसने तो मेरी चूत फाड़ दी। जब मैं कपड़े पहन रही थी तो वो लेटा हुआ अपनी मर्दानगी पर मूछें खड़ी कर मुझे घूर रहा था।तभी उसके दो साथी मजदूर भी अपने अपने काम से वापिस आ गए। तब तक मैंने सिर्फ टॉप पहना था, पेंटी डाली थी। दोनों मेरे करीब आये और फिर अपने दोस्त को देखा। उसने न जाने क्या इशारा किया कि दोनों मेरे जिस्म के करीब आकर एक मेरी जांघ और दूसरा मेरे मम्मे सहलाने लगा। लेकिन मुझे जल्दी थी मैंने उन्हें अगले दिन आने का















