किस बात का सॉरी तो मैंने कहा वो जो बोली थी तुम्हारे दोस्तों को बता दूंगी इसलिए।तो भाई ने कहा हाँ वो तो गलत था ही तेरा कहना। हम भाई बहन थोड़ा मजे कर लेते थे ताकि घर की बात घर में ही रह जाये पर तुम्हे ठीक नहीं लगा तो मैं क्या कर सकता। तो मैंने भी कहा मुझे भी तब से मन नहीं लग रहा है। वो सब अच्छा लगता था पर मेरा नजरिया गलत था। मजे भी ले रही थी और गुस्सा भी कर रही थी। इतना कहकर हॅसने लगी।पर वो चुपचाप मुझे देखने लगा। मैंने कहा हां सही कह रही हूँ मुझे वो तेरा छेड़ना अच्छा लगता है। इतना सुनते ही वो मेरे करीब आ गया। जंगल में कोई देखने वाला भी नहीं था। चारों और गहरी झाड़ियां थी। उसने मुझे आकर पकड़ लिया और मेरे होठ को छूकर बोला क्या मैं तुम्हारे होठ पर किस कर सकता हूँ। “Desi Wild Incest”मैं कुछ नहीं बोली और सिर निचे कर ली। तभी मेरा दुप्पटा निचे सरक गया। मेरी बड़ी बड़ी चूचियां वो निहारने लगा। मेरी गदराई हुई बदन को देखकर कोई भी पागल हो जाये। उसने मेरे होठ पर अपना होठ रख दिया। और अपना बात मेरी छाती पर।धीरे धीरे हम दोंनो भी आवेश में आ गए और लिप लॉक कर लिए। हम दोनों ही एक दूसरे को किस