पवन हँसते हुए बोला.कमल: आज पहली बार ही तो चोदी है… सब सीख जायेगी… यारों के साथ रहेगी तो…. XXXBF अभी तो देर हो जायेगी… दीदी ने घडी देखते हुए कहा.पर वह तैयार तो थी ही, बल्कि यदि यह कहा जाये कि इसका ही इंतजार कर रही थी तो गलत नहीं होगा।चल थोडी देर घूम कर आते हैं… और कमल ने दीदी को हाथ पकड कर उठाया और फिर कार में शहर से बाहर ले गया। हाइवे पर आने के बाद उसने गाडी एक साइड लेन में डाल दी और फिर एक सूनसान स्थान पर रोक दी और दीदी का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींचा तो वह उसकी बांहों में चली गयी।उसने अपने होंठ उसके होठों पर जमा दिये और फिर लगभग आधे घंटे तक वह उसे जगह जगह प्यार करता रहा। चूंकि समय कम था सो वे जल्दी ही वापस आगये। अब यह रोज का काम हो गया और 15 – 20 दिन में ही उनकी दोस्ती चुम्मा से शुरू होकर चूत लंड सहलाने तक पहुंच गयी।वह उसे आये दिन अपनी कार में कहीं एकांत में ले जाता था और बूब रगडता था। बातों में भी वे इस बीच खुल चुके थे। बातों ही बातों में दीदी अपने पहले से चुदे होने पर सहमति जता चुकी थी। इस तरह दीदी की बेचैनी और बढती जारही थी। कमल इसे समझ रहा था















