ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.काफ़ी देर की चूमाचाटी के बाद माँ अलग हुई और बोली “अमित, बहुत देर हो गयी बेटे, अब घर चलना चाहिए” घर जाते समय जब मैं कार चला रहा था तो माँ मुझ से सट कर मेरे कंधे पर सिर रखकर बैठी थी मैंने कनखियों से देखा कि उस के होंठों पर एक बड़ी मधुर मुस्कान थी.बीच में ही मैंने एक गली में कार रोक कर आश्चर्यचकित हुई माँ को फिर आलिंगन में भर लिया और उसे बेतहाशा चूमने लगा इस बार मैंने अपना हाथ उसके स्तनों पर रखा और उन्हें प्यार से टटोलने लगा माँ थोड़ी घबराई और अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करने लगी “अमित, हमें यह नहीं करना चाहिए बेटे”.मैंने अपने होंठों से उसका मुँहा बंद कर दिया और उसका गहरा चुंबन लेते हुए उन कोमल भरे हुए स्तनों को हाथ में लेकर हल्के हल्के दबाने लगा बड़े बड़े मांसल उन उरोजो का मेरे हाथ में स्पर्श मुझे बड़ा मादक लग रहा था इन्हीं से मैंने बचपन में दूध पिया था माँ भी अब उत्तेजित हो चली थी और सिसकारियाँ भरते हुए मुझे ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी थी फिर किसी तरह से उसने मेरे आलिंगन को तोड़ा और बोली “अब घर चल बेटा”.मैंने चुपचाप कार स्टार्ट की और हम घर आ गये घर में अंधेरा था और
गलत छेद में डाल दिया! यह मेरी चूत नहीं है… 18 साल की सेक्सी सौतेली बहन के साथ क्रूर अनैच्छिक गुदा संभोग
Actors:
Thomas Xxhomemade / Xx Home Made
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