बस मेरी प्यास बुझाओ.लेकिन संध्या आज उस दर्द से गुजरने वाली थी जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था. XXXBF फिर तो मैं लंच में एक राउंड दरवाजा बन्द करके लगा देता था. उसके मुलायम होंठ, उनके बीच में मेरा लण्ड… वो नजारा ही कुछ और था. उस दिन मेरा मन विचलित हो चुका था. अब उसके निप्पल साफ साफ मुझे दिख रहे थे. उसने कहा- आपके बच्चे कितने हैं?तो मैंने कहा- अभी प्रियंका 7 महीने से प्रेग्नेंट है.उसने कहा- अच्छा … इसलिए आप ‘मन भर गया’ कह रहो हो!फिर मैंने पूछ लिया कि आपके पति कैसे हैं?तो उसका चेहरा नीचे की ओर झुक गया और धीमी आवाज में कहने लगी- ठीक है!लेकिन मैं उसके चेहरे पर प्यास देख रहा था.मैंने उससे पूछ लिया- और तुम्हारे बच्चे?तो उसने कहा- अभी नहीं है. लेकिन ज्यादा लम्बा और मोटा होने के कारण लंड अंदर जा नहीं रहा था. अब उसका सफेद गोरा बदन मेरे सामने था. तुम तो तैयार थी. कोई देख लेगा तो?मैं बोला- अपने दुखों में ही जीना चाहती हो क्या?फिर मैं उसके पीछे आया और उसके दूधों को हाथों से पकड़ लिया. इससे मेरा लण्ड खड़ा हो गया.















