अब मुझे दर्द से कुछ आराम मिल रहा था और मुझे भी अब दर्द के साथ मज़ा आने लगा था.अब भैया भी अपने लंड को अंदर बाहर करने लगे और मैं भी नीचे से अपनी गान्ड उठा कर चुदने लगी. भैया आज मुझे चोद कर मेरी चुत को फाड़ डालो ऊहह… आआआ.. XXXBF और आते ही मेरे 30 के बूब्स को मेरी नाइटी के उपर से ही पकड़ लिया और ज़ोर से मसल्ने लगे और मेरी नाइटी को उतार दिया.अब मे भैया के सामने बिल्कुल नंगी थी और भैया मेरे गोरे चिट जिस्म को देखते हुए बोले वाह अंकिता तेरा जिस्म तो बहुत खूबसूरत है और अपना हाथ नीचे मेरी चूत पर ले गये और मेरी चूत के टिट को अपनी उंगली से छेड़ने लगे और मेरे मूह से एक मादक सिसकारी निकल गयी और भैया मेरी चूत मे अपनी उंगली डालने लगे.तो मैने भैया का हाथ पकड़ लिया और बोली भैया मेरी चूत मे सबसे पहले आपका लंड घुसेगा और भैया ने अपना हाथ मेरी चूत से हटा लिया और मेरे दोनो बूब्स को बारी बारी से चूसने लगे भैया मेरे बूब्स को चुस्स और मसल रहे थे और दीदी भैया का लंड अपने मूह मे लेकर चूसने लगी.और भैया भी मेरे बूब्स को छोड़ कर अपनी जीब को मेरे पेट पर फिराते हुए अपना मूह मेरी चूत की ओर ले गये















