ज़ोर ज़ोर से आँधी चलने लगी और बिजली भी कडकने लगी. मैं उनके उपर ही लेट गया और उनके होठ चूसने लगा.वो भी मेरा होठ चूमने लगी. BF XXX मेरी चूत भी तो तुम्हारे लंड के लिए कुँवारी चूत जैसी ही थी.”20 मिनिट बाद वो मनोरमा मेरा लंड फिर से चूसने लगी. उन सभी का रंग गोरा, बदन एक दम स्लिम, बॉल काले रंग के और कटे हुए हैं. मैं समझ गया की वो मुझसे दोबारा चुदवाना चाहती हैं. फ़च-फ़च की आवाज़ें रूम में गूँज रही थी. मेम साहब के लिए उस होटेल में रूम बुक था. मैने कहा की वो गाँव की आम औरतों की तरह ही है. जल्दी डालो अपना लंड मेरी चूत में. वो पलट कर मेरे लंड के पास आई और अपनी जीभ से उसे चाट चाट कर साफ करने लगी. मनोरमा की चुदाई दूसरे दिन भी जारी रही. थोड़ी देर बाद वो मेरे सीने के बलों को सहलाने लगी.मैने उनका हाथ पकड़ कर हटा दिया लेकिन वो फिर अपने हाथों से मेरे सीने को सहलाने लगी. 5 मिनिट बाद उनकी चूत से भी पानी निकला तो मैने भी सारा पानी चाट लिया.मेम साहब मेरे लंड का पानी निगलने के बाद मेरे लंड को फिर चूसने लगी और मैं उनकी चूत को चाटने लगा.