गले में मंगल सूत्र के साथ साथ २ ३ सफ़ेद मोतियों वाला माला भी थी. वो जरा देहाती मिजाज की लड़की थी.उसके पिताजी लेखपाल थे. XXXBF दरवाजा पीटने लगा ‘मेनका ?? भाभी ये वाला पोज जानती थी. भाभी को जरा सा करवट दिला दि, इससे मेरा लौड़ा उनकी चूत में और गहराई तक मार करने लगा. उनके पीछे मैं फर्श पर लेट गया भाभी के दायीं ओर पर. कमलेश आपको कैसा समझता है, मैं नही जानता पर आप मेरे लिए दुनिया की सबसे सुंदर औरत हो!’ मैंने कह दिया.मन तो हुआ की इसी समय १० मिनट में भाभी को अपने कमरे में चोद लूँ, पर मैंने जल्दबाजी करना सही नही समझा. मैं अंदर बाथरूम में भाग गया और हाथ से मुठ मारी. मैं अंदर बाथरूम में भाग गया और हाथ से मुठ मारी. मैंने अपनी जीभ लगा दी और उनकी उभरी हुई चूत पर उपर से नीचे जीभ फिरा दी. मैं बालकनी में खड़ा था. मैंने उनके जिस्म के हर भाग पर चुम्मा ले लिया. मैं अपनी खिडकी के कांच के पीछे से बड़ी देर तक उसे घूरने लगा. उन्होंने मेरा तुरंत हाथ पकड़ और पास रस्सी पर पड़ी अपनी साड़ी और तौलिया जल्दी से खीच ली.





