वो मस्त हो गये मेरी बुर की फाकों और दरारों को अपनी उँगलियों से छूकर देखने लगे. “Coaching Me Sex”आज मेरे हाथ में एक अजूबा लग गया था सायद अंदर ही अंदर मैं लंड की प्यासी थी मेरी अन्तर्वासना आज भड़क गयी थी सायद लोक लाज के डर से मैंने आज तक किसी लडके से नही कहा की मुझको एक बार चोद दो. XXX BF मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ अब मैं तुम्हारे बिना नही रह सकता सर बोले. “Coaching Me Sex”उन्होंने २ ४ बार मेरी चूत को पप्पी दे दी इस चूत के लिए कितना झगडा लड़ाई होता है कितने क़त्ल हो जाते है. सर मैं आज से ही आपके घर आना सुरु कर देती हूँ आप कितनी फ़ीस लेंगे.मैंने पूछा अरे निमरत, पहले तुम आओ तो सही लोकेश सर बोले दोस्तों. हम फिर से पढने लगे एक महीना गुजर गया उन्होंने कोई पैसा नही लिया बस मैं हर रोज उनके लिए चाय बना देती थी एक दिन बड़ी गर्मी पड़ रही थी.पढाई करने का मेरा जरा भी मन नही था सर का भी मन नही था निमरत तुम साथ चलो तो आज कोई फिल्म देख ली जाए कितने दिन हो गए कोई पिक्चर नही देखी है.















