क्या तुम मुझे पूरी नंगी देखना चाहते हो?मैंने अपनी सहमति दी तो वह बोली- ठीक है, मैं तुम्हारे सामने नंगी होऊँगी, पर मेरी भी एक शर्त है।उस शर्त के बारे में जो वो कहने वाली थी और जिसे मैं जानता था कि उसकी क्या शर्त है, फिर भी मैंने पूछा, तो उसने अपनी नजरों को नीचे करती हुई बोली- तुम भी मेरे सामने नंगे होओगे। मैं भी तुमको नंगा देखकर अपनी जिज्ञासा शांत करूँगी।मैंने भी अपने आपको उसके सामने नंगा होने के लिये हामी भरी और उसे पहले कपड़े उतारने के लिये बोला। पुष्पा ने जब अपनी फ्राक उतारी तो फ्राक के नीचे उसने कोई पैंटी नहीं पहनी थी, मैंने पुष्पा से पूछा- पुष्पा तुम चड्डी नहीं पहनती हो क्या?पुष्पा बोली- मैं कच्छी पहनती तो हूँ, पर आज तुम्हारे लिये ही नहीं पहनी।‘तो क्या तुम जानती थी कि मैं तुम्हें नंगी देखना चाहता हूँ?’वो बोली- हाँ… तभी तो जैसे ही तुम्हारे घर के लोग पार्टी में गये, मैं तुम्हारे पास सवाल पूछने के बहाने आ गई, इतना ही नहीं उस दिन भी मैंने कच्छी नहीं पहनी थी जब मैं तख्त पर पाल्थी मार कर बैठ रही थी और तुमने मेरी वो जगह देखी थी, जहाँ से शूशू की जाती है।और मैंने तुम्हारी नजर देख ली थी कि कहाँ पर है। मैं उस दिन का इंतजार करने लगी जब तुम घर पर अकेले















