दांत से काटने लगा.बड़ी देर तक वो मेरे पिछवाड़े से खेलता रहा. BF XXX पर अब खुले में ही चुदवाने का मन है’.मैंने ऊँ चारों लफंगों से कहा. मेरी चुदाई का समारोह मैं आप सभी को अपनी मस्त कहानी सुना रही हूँ. मेरी चूत के ओंठो को वो अपने मुँह से पी रहा था. आज तुझे इतना चोदूंगा की दोबारा किसी दुसरे लकड़े की तरह नही देखेगी. वो सारा दिन चौराहे पर खड़े होकर आवारा गर्दी किया करते थे. शाम को मैं मार्किट सब्जी और दूध लाने लगी तो चौराहे पर ४ आवारा लुच्चे खड़े थे. ‘गांडू मैं तुझसे प्यार दिखाने नही लाई हूँ. मुन्ना ने बड़ी देर तक मेरे मुँह को अपने लौड़े से चूसा. उसने मेरे सर को बायीं तरह घुमा लिया और मेरे मुँह में लौड़ा दे दिया.‘रंडी! जब मैं बड़ा हुआ तो मैं अपने उपर हुए जुल्म की भड़ास अपनी बहन से निकाली. मैं लपर लपर करके लौड़ा चूसने लगी. इसलिए मेरी बड़ी दिनों की चाह आज पूरी हो रही थी. सच में मैंने आज तक कई मर्दों से चुदवाया था. कोई मेरा ब्लौस फाड़ने लगा. किसी तरह मेरे बिन काम चलाया. वो मुझे हपाहप चोद रहा था. ‘हा हा भाभी जरुर हम तुमको चोद देंगे अंदर कमरे में तो चलो. वो चारों मेरे उपर उपर टूट पड़े.















