उत्तर प्रदेश की देसी आंटी का दीवाना

ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.गौरव थोड़ा घबराया. अपने पिता की तरह उसका दिमाग़ भी पॉलिटिक्स मे तेज चलता था. XXXBF पार्टी ने गौरव को बाहर निकाल दिया. कई लड़को का दिल उसके लिए धड़कता था.गौरव: “यह क्या था!”रूचि: “मैं जिस टेबल पर बैठी हूँ, इसी टेबल पर मैं अपने सारे कपड़े उतार कर लेट सकती हूँ. गौरव ने आगे बढ़कर अपने एक हाथ को रूचि के नंगे बदन पर फेरना शुरू किया. मरने से पहले जैसे मछली छटपटाती हैं वैसे ही गौरव झड़ने के पहले पूरा ज़ोर लगा कर चोद रहा था.गौरव ने इतना ज़ोर लगाया की टेबल पूरा हिलने लगा था. उसने कभी सोचा नही था की कोई लड़की बिना कपड़ो के इतनी खूबसूरत भी दिख सकती हैं.गौरव ने जल्दी से अपने कपड़े निकाले और नंगा हो गया. रूचि छत की तरफ देखे आहें भरते हुए खुश हो रही थी. मैं यहा इलेक्शन जीतने आया हूँ.”रूचि अपनी कुर्सी से खड़ी हो गयी और घूम कर टेबल के दूसरी तरफ गौरव की कुर्सी के पास आ गयी. रूचि ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और गौरव से हाथ मिला लिया.

उत्तर प्रदेश की देसी आंटी का दीवाना

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