उसके बाद तो सुनील का लंड मुझे जोर जोर से चोदने लगा, मैंने हरेक झटके के साथ हाय हाय हाय का आवाज निकाल रही थी, खूब चुदी पहली बार. XXX BF कर……… रहे……… हो.मैंने कहा सुनील तुमने वादा दिया है मुझसे की मैं साथ दूंगा, अगर तुम्हे अपनी बहन की परवाह है तो मुझे माँ बना दो, मैं बच्चा देना चाहती हु, पर तुम्हे पता है की पति मुझे ये सुख नहीं दे सकता तो मैं आज सोच ली की मैं अपने सगे भाई के बच्चे की माँ बनूँगी, अगर तुम चाहते हो, तुम्हारी बहन सलामत और हसी ख़ुशी रहे तो मेरा गोद भर दे.और मैं अपने भाई के पास पहुंच गई और अपने कोमल होठ अपने भाई के होठ पर रख दिया, दो से तीन मिनट में ही सुनील माँ की तरह पिघल गया और मुझे वो सुख देने लगा जिसका मैं तीन साल से इंतज़ार कर रही थी, वो मुझे ऊपर से नीच तक चूमने लगा.और फिर मेरी चूचियों को पिने लगा, मेरी चूत को जीभ से चाटने लगा, मुझे पहली बार एहसास हुआ की मर्द क्या होता है और सिहरन क्या होती है, मेरे रोम रोम वासना से भर गया था, मैंने चुदना चाह रही थी और अपनी चुदाई की भूख को शांत करना चाह रही थी.मैंने भी सहयोग करने लगी, मेरे बूर से गर्म गरम पानी निकलने लगा, मैंने सुनील















