ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.वो तो मुझे पकड़पर खुद ही चूमने लगी और अपनी चूचियां मेरे मुँह में रगड़ने लगी और पुआल में ही वो मेरे ऊपर चढ़ गई। ओह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों ये कहानी लिखते हुए हंसी भी आ रही है और मजा भी आ रहा है। उसके बाद ज्यादा अन्धेरा हो गया था।उसके बाद खेल का सेकंड लेवल था। फिर से छुपने का अब था की जो जो मिल जाएगी वो घर चली जाएगी और एक बार ही चूत में लौड़ा घुसाना है। ऊपर निचे नहीं करना है नहीं तो वीर्य गिर सकता है। खेल शुरू अब मुझे प्रिया दीदी मिली पहले मैं वो नाडा जांघिया खोल कर तैयार थी.मैं चूत सहलाया और फिर अपना लौड़ा निकाल कर जैसे तैसे घुसाने की कोशिश की थोड़ा ही गया था उससे दर्द हो या नहीं मुझे दर्द होने लगा था तब भी किसी तरह से उसके चूत में लौड़ा घुसाने लगा और कामयाब हो गया फिर चूचिया दबाई और होठ भी चूमे।उसके बाद वो एक झटके से उठी और बोली मैं जा रही हु। वो चली गई. BF XXX ये सेक्सी कहानी मेरे गांव की है। आजकल तो लखनऊ में रहता हु पर आज मुझे ऐसा लग रहा था की आपको भी अपनी सच्ची चुदाई की कहानी बताऊँ। मैं उस समय छोटा था पर उतना भी छोटा नहीं















