इसलिए मैंने किसी तरह उसको मना लिया और उसकी कमीज निकाल दी। उसकी ब्रा बड़ी चुस्त थी। मैंने वो भी निकाल दी।अब नीलम मेरे सामने थी और बिलकुल उपर से नंगी थी। नीलम कितनी मस्त चुदासी माल थी ये बात आज मुझको पता चला। वो अपने नग्न मम्मो को मुझसे छुपाने लगी। उनसे तुरंत अपने दूध अपने हाथ से छुपा लिए थे। वो बार बार हंस रही थी। शायद चुदाई करना उसको एक फनी और मजाकिया बात लग रही थी।मैंने किसी तरह से उसके हाथ खीचकर उसके दूध से हटाये। बाप रे!!….कितने मस्त मस्त सुंदर दूध थे। मम्मो का रंग जरुर काला था, पर मम्मे बेहद कसे और भरे हुए थे। बेहद सुडौल और शानदार थे। दोस्तों, मैं तो देखकर ललचा ही गाया था। मैंने मम्मो को हाथ में भर लिया और उनका साइज नापने लग गया।फिर मैं मजे लेकर पीने लगा। उफ्फ्फ्फ़….हाययययय…मजा आ गया दोस्तों। दिल मचल गया मेरा नीलम जैसी माल के दूध पाकर। मैं किसी छोटे बच्चे की तरह उसके दूध पीने लगा। धीरे धीरे वो शांत हो गयी और किसी सीधी गाय की तरह मेरी गोद में बैठकर वो मुझे आराम से दूध पिला रही थी।आज तो मेरी किस्मत ही चमक गयी थी। मैं कितना बड़ा मूरख था की इतनी मस्त चुदासी माल मुझे इतने महीनो से मुझे लाइन मार रही थी और मैं इससे दूर भाग रहा















