तब मैं 8 साल की थी मैं भी थोड़ी अन्ततर्मुखी थी. BFSex अब तू बड़ी हो गयी है इतने ढीले कपड़े मत फना कर पापा ने कहा मैं समझ गयी की आज पापा को मेरे दूध के दर्शन हो गये है जब पापा बाथरूम में तौलिया लेकर अचानक से भाग गयी तो मुझको थोड़ी हैरानी हुई मन में सवाल उठा देखो अन्दर क्या कर रहे है.दरवाजे के छेद से झाककर देखा पापा मुठ मरने में मस्त थे क्या मोटा लंड था किसी मोटे गन्ने से कम नहीं था सुपाडा गुलाबी था और लंड काला था पापा आनखे बंद किये थे और सायद मेरा ही ध्यान कर रहे थे और खट खट मुठ मार रहे थे मैं मजे से ये सीन देखने लगी.१५ मिनट तक पापा मुठ मारते रहे फिर उनके गन्ने जैसे लंड से बन्दुक की गोली की तरह ५ ६ बार मॉल की पिचकारी निगली पापा के घुटने चुत्तड जांघ और पैर की ऐडीयां ऐठ गयी पापा का चेहरा बता रहा था की उनको जन्नत का मजा मिल गया था.मैंने सोचा की अगर पापा किसी दिन मुझको चोदे तो उनको और साथ ही मुझको भी जन्नत का मजा मिल जाये मैं अपने कमरे में आ गयी और यही सोचने लगी की कैसे पापा से चुद जाऊं कोई भी बाप आसानी ने अपनी सगी लडकी को तो चोदेगा नहीं एक दिन पापा के















