मुझे ये रिश्ता पसंद था माधव एक ईमानदार लड़का था, सुंदर था, अमीर था. उसको इतना पैसे वाला पति मिल रहा था.शादी की शॉपिंग मे में और श्रृष्टि भी बहुत काम कर रहे थे और श्रृष्टि भी मेरे नज़दीक आ रही थी, वो बात-बात पर हंस देती मुझे पीठ पर हाथ मारती और कई बार तो गले से लिपट जाती. XXX Hindi तो दीदी बोली हाँ भैया, अब इंतज़ार नहीं होता पेल डालो अपना लंड मेरी चूत में भैया और इस रात को यादगार बना दो. अगर इजाज़त हो तो चूस लूँ? फिर में मांफी मांगता हुआ वापस लौट गया, लेकिन दीदी के नंगे जिस्म की तस्वीर ना भुला सका. में मुड़ने ही वाला था की एक कमरे से आवाज़ें आ रही थी, हह्ह्ह्ह ज़ोर से मनीष भाई, ज़ोर से चोदो अपनी रानी को बहुत दिनों के बाद मौका मिला है, आअहह चोदो मुझे मनीष, क्या मस्त लंड पाया है आपने? मेरी माँ एक स्कूल में टीचर है और पिता जी का देहांत हो चुका है. में तो सोचता था कि शादी के बाद रागिनी दीदी खिल उठेगी, लेकिन ये तो मामला ही कुछ और है.सच कहूँ तो शादी के बाद जब औरत को खूब अच्छा लंड मिले और खूब ज़ोर से चुदाई हो तो पूरा बदन खिल उठता है. दीदी अब बताओ कि आपके भाई का लंड मस्त है या नहीं?















