मेरे मुँह से निकल गया- वाह, क्या लौड़ा है विजय तुम्हारा ! BFSex वैसे 7 दिन मैं आ जाऊँगा।मैंने कहा- ठीक है, हो आना पर मेरे लिए क्या लाओगे गिफ्ट?वो बोला- जान तुम जो कहो वो !मैंने कहा- कुछ भी अच्छा सा !“ठीक है।”और फोन कट गया।मैंने दीपू और विजय को कहा- चलो मजे करो ! ग्रुप सेक्स ! साथ बैठ कर नाश्ता किया और विजय बोला- भाभी, मैं घर जाता हूँ ताकि कोई भी परेशानी न हो, और जरुरत के सामान भी ले आता हूँ। मैंने कहा- ठीक है, पर दीपू तुम यहीं रहो अब सात दिन ! बहुत सख्त हैं आपके बूब्स !मैं शरमा गई, मुझे तब अहसास हुआ कि मैं नंगी हूँ।मैंने कहा- छोड़ो दीपू भैया, मुझे शर्म आती है !वैसे मैं तब तक मस्त हो गई थी ! उतारो ये सब ! वो निशाना चूक रहा था। मैंने अपने हाथ से उसका लिंग पकड़ कर लिंग अंदर डलवा लिया, मुझे हल्का दर्द का अहसास हुआ, मैं सिसक कर रह गई, मैं बोली- आह ! मैंने कई बार आपके नाम से हाथ से सेक्स किया है अपने हाथ से !और फिर वो मुझे जोर जोर से चोदने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था, ऐसे कभी भी रुपेश ने नहीं चोदा था मुझे ! उसने कहा- भाभी, भाई जब भी बाहर जाते हैं तो दीपू भाई क्यों आते हैं आपके
भारतीय गर्मियों की एक अनुभवी महिला ओलिव ग्लास को सिखाती है समलैंगिक गुदा संबंध का मज़ा
Actors:
India Summer / Olive Glass