क्या लग रही है! XXXBF क़यामत है ये तो! उसने अपनी बाहें फैला कर मुझे अपने आलिंगन में कस लिया और मेरा चेहरा चूमते हुए बोली- वेलकम दीपक! चुदाई करो जल्दी! मेरी समझ में नहीं आ रहा है। तो उसका सब्र जवाब दे गया और वो देसी भाषा पर आ गई- ओह दीपक! चिकने सपाट पेट और मांसल और गदराई गदराई जांघों के बीच काफी उभरी हुई और एकदम सफाचट, चिकनी चूत मेरे सामने थी।जो पाठक मेरी पिछली कहानी पढ़ चुके हैं उन्हें तो मालूमही होगा कि मुझे झांटों वाली चूत पसंद है। लेकिन यार सच कहूँ, इतनी उजली, उभरी, और साफ़ चूत देख कर मेरा तो शरीर काँप गया और पहले से हो कड़क हो रहा लण्ड भी पत्थर जैसा और कठोर हो गया।दोस्तो, मेरे सामने पलंग पर निर्वस्त्र और नग्नावस्था में पसरी पड़ी भावना और और मेरे बीच में अब यदि कोई दूरी बची हुई थी तो वो थी उसके पति हर्ष की मौजदगी की वजह से मेरा संकोच, अन्यथा उसकी ऐसी अवस्था को देख कर कोई भी पुरुष अपने आप को रोक ही नहीं सकता था।और यह संकोच भी खुद हर्ष ने ही दूर कर दिया, वो बोला- दीपक, अब बताओ कैसी लगी मेरी जानेमन?मैं बोला- यार यू आर लकी! अभी हाल में ही जो एक मूवी आई है ना ‘स्त्री 2’ वो काफी कुछ उसकी हेरोइन तम्मना भाटिया से















