तुझे चोदने का दिल कर रहा है” मैंने कहा.“अपनी चचेरी बहन को चोदोगे???” वो लेटे हुए ही बोली.“अगर चेचेरी बहन तेरी जैसी माल होगी तो जरुर चोदूंगा” मैं बोला.फिर वो भी हंसने लगी। दोस्तों मेरा जुगाड़ काम कर गया। मैं उसके करीब जाकर लेट गया और तृप्ति की ठुड्डी को पकड़कर उनके मुंह पर अपना मुंह लगा दिया। फिर उसके रस से भरे लब चूसने लगा। वो भी मुझे चूसने लगी। उसके बाद वो सरेंडर हो गयी। अब हम दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गयी।मेरा हाथ तृप्ति की मस्त मस्त छाती पर आ गया। मैं सूट के उपर से चूची को सहलाने लगा। वो भी साली चुदासी हो गयी। आज उसका भी मेरा 8 इंच का लंड खाने का मन था। अब मैं अच्छे से उसकी चूची सहलाने लगा, दबाने लगा। तृप्ति कामुक होकर “ओहह्ह्ह….अह्हह्हह…अई..अई. XXX Hindi हूँ… हूँ..” तृप्ति कहने लगी.मैं अपने 8 इंची लंड को पकड़कर जल्दी जल्दी मुठ देने लगा। और कुछ देर बाद टनटना गया। फिर मैंने तृप्ति की बुर में घुसा डाला और जल्दी जल्दी चोदने लगा। वो मस्ताने लगी। बार बार अपनी कमर और पेट उठा रही थी।मैंने अपने चाचा की लड़की की दोनों भरी भरी चूची को हाथ से पकड़ा और दबा दबाकर उसका गेम बजाने लगा। वो “……अई…अई….अई…..इसस्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” करने लगी। उसे दर्द भी हो रहा था और मजा भी आ रहा था। मैं लम्बे लम्बे















