कुछ देर तक कुसुम सी मुझसे लिपटी रही. XXX Hindi ६ महीने में एक बार ही आते है!’ कुसुम बोली. मैंने उनकी चूत में गहरे धक्के देने लगा. मुझे गुदगुदी होने लगी और बहुत ही अच्छा लग रहा था.‘चूसिये कुसुम जी!! आज आपको अपनी मस्त कहानी सुना रहा हूँ. दोस्तों इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए मैंने कुसुम जी की लाल पेंटी खींचकर फाड़ दी और दूर फेक दी जिससे ढूढने से भी वो न मिले. हम दोनों प्यार भरी बातें करने लगे.’कुसुम जी !! दोस्तों इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए मैंने कुसुम जी की लाल पेंटी खींचकर फाड़ दी और दूर फेक दी जिससे ढूढने से भी वो न मिले. ऐसे करने करते सू मस्त बदन वाली औरत कुसुम ने मेरा हाथ अपने हाथ में ले लिया और जोर जोर से रोने लगी. आज कितने दिनों बाद उसकी चूत का ताला खुला था. मैंने उसको चोदने लगा. मेरा तगड़ा लंड देखकर कुसुम जी का दिल मचल गया.‘..आप मुझे बाद में चोद लेना लाइए पहले लंड पिलाइए!!’ कुसुम जी बोली.मेरे लंड को हाथ में लेकर वो खेलने लगी. मैंने उसके दुसरे कंधे पर भी हाथ रख दिया. पूरा अंदर से मजा लीजिये!!’’ कुसुम बोली.वो बहुत कामातुर थी.















