में भी ऊपर के मन से मना करने लगी, लेकिन अंदर के मन से में उसका साथ देने लगी.और फिर में उनसे लिपट गई और धीरे धीरे उन्होंने मेरी मेक्सी को कमर तक खिसका दिया और मेरी काले रंग की पेंटी के ऊपर से वो मेरी गरम प्यासी चूत को सहलाने लगे, जिसकी वजह से अब मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा था.फिर मैंने अपनी मेक्सी को उतार दिया और उनके कपड़े भी, तब मैंने देखा कि उन्होंने नीचे कुछ नहीं पहना हुए था और अब उनका लंड 6 इंच लंबा और बहुत मोटा था और वो मेरे सामने तनकर खड़ा हुआ था जिसको देखकर में बहुत चकित हो गई क्योंकि उतना तो मेरे पति का भी नहीं था.फिर उन्होंने तुरंत मेरा एक हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और अब में उसे सहलाने लगी और वो मेरे बूब्स के निप्पल को अपने मुहं में लेकर चूसने लगे और उन्होंने अपने एक हाथ से मेरी पेंटी को पूरा नीचे उतार दिया जिसकी वजह से अब हम दोनों एकदम नंगे हो गये थे.और फिर कुछ देर बाद तुरंत वो उठे और उन्होंने मुझसे लंड चूसने के लिए कहा.















