बस मैंने प्रीति को अपने बेड पर घसीट लिया. मैं सहजता से अपनी जानेमन को लेने लगा. XXX Hindi अभी भी पार्टी चल रही थी. मम्मे भी अब बड़े होकर पक गए थे.अब वो भोगने और चोदने खाने लायक सामान हो गयी थी. सिर्फ बाते पेलने से तो लंड शांत नही होता. मैं उस समय नादान था, पर दिल में ख्वाहिश तो थी ही की काश कोई लड़की मेरी गर्लफ्रेंड बन गए. अब नीचे की तरह बढ़ रहा था, उसका मखमली पेट, उसकी नाभि को मैंने चूम लिया. अभी प्रीति [प्रीति] पूरी तरह से बालिग भी नही हुई थी और मैं उसको भोगने जा रहा था. वो डरती भी थी क्यूंकि प्रीति अब जवान हो चुकी थी. आँखों के इशारे में चुदाई का संकेत हो गया. फिर २ महीने बाद मेरा बर्थडे पड़ा तो मैं प्रीति को बुलाया. जहाँ मैं साढ़े ५ फिट का था वहीँ वो ५ फिट १ इंच की थी. मैंने झांटों को बीच से अपनी उँगलियों से हटाया तो चूत मिल गयी. मैंने प्रीति को अपने बगीचे में ले आया. मैं प्रीति को पूरी तरह से अच्छे से भोगना चोदना चाहता था. मैं पढ़ने में होसियार था, वही अर्चना मैडम की लड़की भी बहुत होशियार थी. क्यूंकि मैं उसे सिर्फ चोदना खाना ही नही चाहता था, पर प्यार भी बहुत करता था.
गर्भवती सौतेली माँ मल्लू आंटी को उनका सौतेला बेटा बेडरूम में जोरदार तरीके से चोद रहा है
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